अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं । प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥ जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। https://shivchalisas.com